सलाह एक हमारी मानो

अमर जी आप बड़े विश्वासी है ,
वक़्त पड़ने पर कभी बिग बी
और अब तो कांग्रेस के साथी हैं

एक जमाना था ,जब कांग्रेस से आप थे खफा,
अब तो सब है आपके वफ़ा

आपकी गठबंधन तो बड़ा रंग लाइ ,
कुछ नै बंधन देखने को है आई

हर चैनल पर आपकी टी आर पि बढ़ी हुई है,
हर बाईट पर सबकी नज़र गडी हुई है

राजनीती का असली दाव यही है ,
जो किए जा रहे हो सब सही है

सलाह अब एक हमारी मानो ,
मांग न लेना कांग्रेस से कोई ऐसा विभाग
जो भड़का दे की रात्रि भोज की आग

हम तो यही दुआ करते है ,
बने चाहे दुश्मन जमाना तुमहरा
सलामत रहे दोस्ताना तुमहरा .

टिप्पणियाँ

विजय प्रताप ने कहा…
wah! bahut khub. political kavita.
बेनामी ने कहा…
soumya i just remember Amar Chitra katha after reading your article on Amar Singh
qissa ने कहा…
बहुत खूब
समीउर रहमान.
बेनामी ने कहा…
good yaar
बेनामी ने कहा…
aabad.
"chuan kavita ki
ink samandar bani
bund bund tapake
man ke jivisisa."
aap ko padha.
aap behatarin likhati hai.
you read my blog:
gandhichemical.blogspot.com
-manojkrtiwari,patna[india]

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